Vastu Tips: क्या होता है वायु कोण? जानिए यहाँ के दोष से मुक्ति पाने के ये तरीके?

Vastu Tips For North West Direction: वास्तु शास्त्र में कुल चार तरह की दिशाओं के बारे में वर्णन किया गया है, जिनमें से ये दिशाएं हैँ पूर्व, पश्चिम, उत्तर और दक्षिण। इनके साथ कोण भी है और वो हैं (आगनेय कोण,वाजव्य कोण, ईशान कोण और नैऋत्य कोण) इन्हें भी बहुत ही ज्यादा महत्वपूर्ण माना जाता है। इतना ही नहीं वहीं हर एक दिशा के अपने स्वामी गृह होते हैँ।

साथ ही हम जिस वायु कोण दिशा की बात कर रहे थे वो दिशा उत्तर व पश्चिम में जाकर के मिलती हैँ और इसे ही वायु कोण दिशा कहा जाता है। इस दिशा में बहुत सारे दोष लगने की सम्भावना होती है, ऐसे में दोषों के निवारण के लिए इन जरूरी बातों को ध्यान में सदैव रखना चाहिए।

ऐसे में जानते हैँ वास्तु कोण के दोषों से मुक्ति पाने के इन आसान से वास्तु टिप्स के बारे में:

जानिए वास्तु कोण से जुड़े इन वास्तु टिप्स के बारे में

वास्तु शास्त्र के अनुसार मानेंगे तो, वायु कोण में टॉयलेट या बाथरूम का निर्माण भी नहीं होना चाहिए। इसके पीछे का कारण है कि ये बहुत ही ज्यादा अशुभ होता है और इससे घर में नेगेटिविटी बढ़ती है। वहीं, परिवार के सदस्यों कि सेहत भी खराब रहती है, इसलिए वायु कोण कि ओर वाशरूम नहीं होना चाहिए। 

वास्तु के अनुसार मंदिर व तिजोरी के लिए वायु कोण का उत्तर – पूर्व दिशा कि ओर होना बिलकुल भी अच्छा और शुभ नहीं माना गया है। इसलिए इस दिशा कि ओर न ही मंदिर का निर्माण करवाएं और नहीं ही भूलकर भी तिजोरी रखें।

इतना ही नहीं वास्तु शास्त्र के मुताबिक मानें तो भूलकर भी इस ओर पानी कि बोरिंग तक नहीं करवानी चाहिए। क्यूंकि वास्तु के अनुसार मानें तो ऐसा करने से जीवन में एक के बाद एक कई सारी समस्याएं आने लग जाती हैँ।

दरअसल, कहा जाता है की वास्तु कोण में स्टडी रूम तक नहीं होना चाहिए। कहा जाता है कि अगर इस दिशा कि ओर स्टडी रूम है तो बच्चों का कभी भी पढ़ने लिखने में मन नहीं लगता है। स्टडी रूम के लिए पूर्व दिशा को शुभ ओर फालदाई माना गया है।