फंगल इन्फेक्शन बन सकता है मौत का कारण इस तरह क के लक्षणों को न करें अनदेखा!

Fungal Infection Symptoms: कई बार ऐसा होता है कि फंगल इन्फेक्शन से होने वाली खतरनाक बीमारियों को हम अनदेखा कर देते हैं। जानकारी के लिए बताते चलें कि इसकी शुरूआती लक्षणों में से एक खुजली की समस्या होती है। अगर खुजली की प्रॉब्लम को नजरअंदाज करते हैं तो त्वचा में कई गंभीर तरह की समस्याएं दिखाई देने लगती हैं। वहीं, आंकड़े भी यही कहते हैं कि फंगल इन्फेक्शन के कारण मरने वालों कि संख्या बहुत ही ज्यादा हो गयी है।

“यूनिवर्सिटी ऑफ़ मैनचेसटेर के फंगल ग्रुप” के अनुसार प्रति वर्ष लगभग 38 लाख लोग इस इन्फेक्शन की बीमारी से ग्रसित हो जाते हैं। वहीं, जिन लोगों को ये हो जाती है, वे सभी शुरुआती लक्षणों की पहचान तक नहीं कर पाते हैं। आपको जानकर बहुत हैरानी होगी की फंगल इन्फेक्शन में सबसे ज्यादा कैंडिडा फंगस की वजह से लोग मौत का शिकार हो जाते हैं।

क्या है कैंडिडा 

कैंडिडा नामक फंगस जब इंसान की बॉडी पर हमला करते हैं तो ये कैंडिडिएसिस की बीमारी का शिकार बना देते हैं। ये फंगस स्किन के भीतर घुस जाता है और फिर त्वचा के जरिए आंत, मुँह, गला और प्राइवेट पार्ट के भीतर घुस जाता है। जब ये खून के भीतर चला जाता है तो किडनी, हार्ट और ब्रेन में भी अटैक करता है। इस वजह से काफी सारी समस्याएं हो जाती हैं।

सबसे पहले जानिए की क्या होते हैं कैंडिडाईसिस के टाइप्स 

यदि क्लीवलैंड क्लिनिक के अनुसार मानें तो कैंडिडाईसिस के कई सारे टाइप्स होते हैं। उदाहरण के तौर पर ओरल, माउथ, वेजाइनल, केन्डीडा फंगस ब्लड के जरिए ब्लड के भीतर पहुंच जाता है।

जानिए कैंडिडाईसिस के शुरूआती लक्षण के बारे में 

बताते चलें की कैंडिडाईसिस मुँह, गर्दन, आंत, स्किन और हार्ट से लेकर के ब्रेन तक पहुंच जाता है। इसलिए आपने देखा होगा की जब कैंडिडाईसिस होता है तो स्किन में या तो रैसेज पड़ जाते हैं या रेड और ब्लैक स्पॉट्स पूरे में फ़ैल जाता है।

इस कारण से ही वेजाइनल डिस्चार्ज, मुँह में दाने, सूजन जैसी समस्याएं होने लग जाती हैं। ऐसे में अगर आपको किसी भी तरह के शुरूआती लक्षण नजर आते हैं तो डॉक्टर को दिखा लें। इन्हें अनदेखा न करें।