Toyotaने हमेशा से ही भारतीय बाजार में इनोवेटिव और फ्यूल-एफिशिएंट कारों के साथ अपनी पहचान बनाई है। अब कंपनी अपनी नई हाइब्रिड हैचबैक Toyota Aqua Hybrid को भारतीय सड़कों पर टेस्ट करते हुए देखी गई है। इस कार की सबसे बड़ी खासियत है इसका शानदार 35.8kmpl का माइलेज, जो इसे भारत जैसे फ्यूल-कॉन्शियस मार्केट के लिए परफेक्ट ऑप्शन बनाता है। लेकिन सवाल यह है कि क्या टोयोटा वास्तव में इसे भारत में लॉन्च करेगी?
भारत में Toyota Aqua Hybrid का टेस्टिंग
हाल ही में Toyota ने भारत में अपनी हाइब्रिड टेक्नोलॉजी को टेस्ट करना शुरू किया है। कंपनी ने पहले हाइड्रोजन फ्यूल सेल कार Mirai FCEV को टेस्ट किया था, और अब Toyota Aqua Hybrid को बिना किसी कैमोफ्लाज के देखा गया है। यह देखकर लगता है कि Toyota भारतीय बाजार में हाइब्रिड टेक्नोलॉजी को लेकर सीरियस है, खासकर हैचबैक सेगमेंट में। हालांकि अभी तक इस कार के भारत में लॉन्च होने की कोई ऑफिसियल कन्फर्मेशन नहीं हुई है, लेकिन अगर यह कार भारत आती है तो यह देश की पहली हाइब्रिड हैचबैक होगी।
रेवोलुशनारी बैटरी टेक्नोलॉजी
Toyota Aqua Hybrid की सबसे बड़ी खासियत है इसकी बाइपोलर निकल हाइड्रोजन बैटरी टेक्नोलॉजी। Toyota का दावा है कि यह बैटरी कन्वेंशनल निकल हाइड्रोजन बैटरी की तुलना में 1.5 गुना ज्यादा लंबी लाइफ देती है। इस बैटरी में हर सेल में एक बाइपोलर इलेक्ट्रोड प्लेट होती है जिसके एक तरफ एनोड मटेरियल और दूसरी तरफ कैथोड मटेरियल लगा होता है। इन सेल्स को एक साथ स्टैक किया जाता है जिसके बीच में एक स्पेशल सेपरेटर होता है। यह सेपरेटर पोटैशियम हाइड्रॉक्साइड को होल्ड करता है और बैटरी के इंटरनल रेजिस्टेंस को काफी कम कर देता है, जिससे परफॉर्मेंस बेहतर होती है।
पावर और परफॉर्मेंस
Toyota Aqua Hybrid TNGA-B प्लेटफॉर्म पर बनी है और इसमें 1.5-लीटर, इनलाइन-थ्री पेट्रोल इंजन लगा है जो CVT गियरबॉक्स के साथ मिलकर काम करता है। यह इंजन 89.8bhp पावर और 120Nm टॉर्क जेनेरेट करता है। जब इलेक्ट्रिक मोटर के साथ मिलकर काम करता है तो इसकी कंबाइंड आउटपुट 81bhp और 141Nm टॉर्क तक पहुंच जाती है। सबसे इम्प्रेसिव बात यह है कि इस कार का क्लेम्ड माइलेज 35.8kmpl है, जो इसे भारतीय सड़कों के लिए एक आइडियल ऑप्शन बनाता है।
भारत में लॉन्च की चान्सेस
अभी तक Toyota ने इस कार को भारत में लॉन्च होने की कोई ऑफिसियल अनाउंसमेंट नहीं की है। हालांकि टेस्टिंग से पता चलता है कि कंपनी भारतीय बाजार में हाइब्रिड कारों को लेकर सीरियस है। इस कार की लौ फ्यूल कंसम्पशन और एडवांस्ड बैटरी टेक्नोलॉजी इसे भारतीय कस्टमर्स के लिए अट्रैक्टिव बना सकती है। हालांकि भारत में हाइब्रिड कारों की हाई कीमत और अभी भी डेवेलॉपिंग EV इंफ्रास्ट्रक्चर एक बड़ा चैलेंज हो सकता है। अगर यह कार 10-15 लाख रुपये की रेंज में आती है तो यह भारतीय बाजार में अपनी जगह बना सकती है।