Google Chrome: इंडिया की साइबर सिक्योरिटी एजेंसी CERT-In की ओर से Google Chrome यूजर्स को लेकर एक बहुत ही गंभीर सिक्योरिटी अलर्ट जारी किया गया है। एजेंसी की ओर से चेतावनी दी गई है की डेस्कटॉप प्लेटफ़ॉर्म पर चलने वाले Chrome ब्राउजर के कई वर्जन में कुछ खामियाँ मिली हैं। इन वल्नरेबिलिटीज का फायदा उठाकर हैकर्स ना ही सिर्फ रिमोट अटैक कर सकते हैं, बल्कि वे सिस्टम पर पूरा कंट्रोल पा सकते हैं।

सरकारी एजेंसी CERT-In की एडवाइजरी (CIVN-2025-2024) के अनुसार, Windows और macOS पर 140.0.7339.80/81 से पहले के वर्जन और Linux पर 140.0.7339.80 से भी पुराने वर्जन इस प्रॉबलम से प्रभावित हुए हैं। इन खामियों के तहत अटैकर्स आर्बिट्ररी कोड एग्जीक्यूट कर सकते हैं और सिक्योरिटी रिस्ट्रीक्शंस को बायपास कर सकते हैं।

सिक्योरिटी एक्सपर्ट का मानना है कि इन वल्नरेबिलिटीज की जड़ Chrome के V8 JavaScript इंजन में है। इनमें use-after-free बग और टूलबार, एक्सटेंशन और डाउनलोड्स से संबंधित गलत इंप्लीमेंटेशन की पहचान हुई है। किसी भी यूजर को स्पेशली डिजाइन किये गए वेबपेज पर विजिट कराने से हैकर्स उनके सिस्टम को पूरी तरह से हैक कर सकते हैं।
हो सकता है बड़ा नुकसान
CERT-In की ओर से मिली चेतावनी में साफ बताया गया है कि यह सिक्योरिटी खामी किसी भी यूजर को टारगेट करके बड़े स्तर पर अटैक करने की क्षमता रखती है। इसका इफेक्ट बेहद गंभीर हो सकता है, जिसमें डेटा चोरी, बिजनेस इंटरप्शन और सर्विस आउटेज शामिल हैं।

एजेंसी की ओर से सभी Chrome यूजर्स से कहा गया है कि वे तुरंत ही अपने ब्राउजर को लेटेस्ट वर्जन में अपडेट कर लें। Google की ओर से इन खामियों को फिक्स करने से पहले ही स्टेबल चैनल पर रिलीज कर दिया गया है। साथ में Chrome रिलीज ब्लॉग पर इससे रिलेटेड डिटेल विस्तार से दी गई है।
सुरक्षित कैसे रहें?
आप तुरंत ही Chrome को लेटेस्ट वर्जन पर अपडेट करने होंगे। इसके अलावा आप किसी भी अनजान लिंक या संदिग्ध वेबसाइट पर क्लिक करने से बचें। साथ ही ब्राउजर एक्सटेंशन को अपडेटेड रखते रहें और आप सिर्फ भरोसेमंद एक्सटेंशन को ही इन्स्टॉल करें। साथ ही आप अपने सिस्टम में रेगुलर सिक्योरिटी पैच को भी याद से इन्स्टॉल करते रहें।